मार्गदर्शन एवं परामर्श
3, 6,7,8 जून को कक्षा 2,3,4 और 5 के अभिभावकों के लिए एक साथ सकारात्मक पेरेंटिंग सत्र आयोजित किया गया। सत्र में, एक ज्ञानवर्धक गतिविधि में भाग लिया, जिसने सीखे गए व्यवहार और कंडीशनिंग की प्रभावशाली भूमिका को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित किया, जिससे बच्चों में हमारी सलाह पर ध्यान देने के बजाय हमारे कार्यों का अनुकरण करने की प्रवृत्ति को रेखांकित किया गया। सचेत संचार के गहरे प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए, निराशा, क्रोध और तनाव के आगे झुकने के बजाय प्राथमिक भावनाओं को व्यक्त करने के महत्व पर जोर दिया गया। सत्र में सकारात्मक स्ट्रोक के महत्व पर जोर देते हुए स्ट्रोक की अवधारणा पर भी चर्चा की गई। इसका समापन दर्शकों के बीच सकारात्मक आदान-प्रदान के साथ हुआ, जिससे सौहार्द और समर्थन की भावना को बढ़ावा मिला।